Chura Ke Dil Mera - From "Hungama 2"

चुरा के दिल मेरा गोरिया चली
उड़ा के निंदिया कहाँ तू चली?

पागल हुआ, दीवाना हुआ
पागल हुआ, दीवाना हुआ
कैसी ये दिल की लगी?

चुरा के दिल तेरा गोरिया चली
मुझे क्या पता कहाँ मैं चली

ओ, मंज़िल मेरी बस तू ही तू
मंज़िल मेरी बस तू ही तू, तेरी गली मैं चली

चुरा के दिल मेरा गोरिया चली
चुरा के दिल तेरा चली मैं, चली

नशीली-नशीली निगाहों ने लूटा
अदाओं ने घायल किया
कभी पास आ के, कभी दूर जा के
बड़ा दर्द तूने दिया

मेरे रूप का, मेरे रंग का
तेरे रूप का, तेरे रंग का
तेरे रूप का, तेरे रंग का
छाया है मुझ पे नशा

चुरा के दिल तेरा गोरिया चली
मुझे क्या पता कहाँ मैं चली

Hey, अकेला हूँ मैं भी
अकेली है तू भी, बड़ी दिल-नशीं रात है
तुझे मैं बता दूँ
मुझे तू बता दे, जो लब पे रुकी बात है

ना कोई है डर, ना कोई फ़िकर
ना कोई डर, ना कोई फ़िकर
ना कोई डर, ना कोई फ़िकर
आने लगा है मज़ा

चुरा के दिल मेरा गोरिया चली
उड़ा के निंदिया कहाँ तू चली?

ओ, मंज़िल मेरी बस तू ही तू
मंज़िल मेरी बस तू ही तू, तेरी गली मैं चली

चुरा के दिल मेरा गोरिया चली
चुरा के दिल तेरा चली मैं, चली

चली मैं, चली, चली मैं, चली
चली मैं, चली, चली मैं, चली



Credits
Writer(s): Anu Malik, Rahat Indori
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