Ik Dafa

साँसों की अदा क्यूँ बोले है सदा?
तुझे देखा करूँ, तुझे देखा करूँ
भीनी सी हँसी को छत पे मैं उगा
तुझे भेजा करूँ, तुझे भेजा करूँ

कभी मिलो तो मैं बता दूँ सारे वो राज़ दिल के
जहाँ पे फूल भी महक से जाते हैं तुमसे मिल के

कभी तो साथ आना, यूँ मेरे पास आना
लगे तो अपना भी बना लेना
ऐसे आए, ना जाए, ना जाए तू

इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
Yeah, yeah

चाँद की हो चादर, जो ओढ़ के हम चलें
उसमें ही समेट लें जहाँ को
सूखती सुराही की बूँदों को बाँट लें
जो भी हो, साथ लें क़दम

ये अगर है धुआँ तो इस धुएँ में जीने मैं लगूँ
धड़कनें हाथों में लेकर छाँटूँ और तुझको ही चुनूँ

साँसों में साँस आना, कि ऐसे पास आना
जीने का ढंग मुझको सिखा देना
कि आए, ना जाए, ना जाए तू

इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
Yeah, yeah

हो ना हो, तुम ही हो ज़िंदगी जिसने दी
वरना बस जी रहे थे हम
वाक़िया मेरा था, रोशनी तुमने दी
वरना बस कह रहे थे हम

अब नई बातों पे हँस के आँखें भी रोने हैं लगी
है यहाँ सब कुछ, पर बस थोड़ी सी तेरी है कमी

तेरी ही बातों का, तेरी ही रातों का
ज़रा घरौंदा तुम बना दो ना
यूँ आओ, ना जाओ, ना जाओ तुम

इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
इक दफ़ा ही सही, इक दफ़ा
१०० दफ़ा सा हो वो इक दफ़ा
Yeah, yeah

इक दफ़ा
हो, whoa-oh



Credits
Writer(s): Krsna Solo, Vishal Mishra
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