Har Ghadi

चाहे ना मिलो तुम कभी
चाहे हो जाओ अजनबी
तेरे दिल में रहूँगा मैं फिर भी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी

हो, लगें हिचकियाँ जो कभी
तुझे याद मैं आऊँगी
आह बनके दिल में तेरे रहूँगी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी

कभी जब भी तुम ज़रा सा मुस्कुराओगे
हँसी में तुम अपनी हमेशा मुझको पाओगे

हाँ, कभी जब भी तुम ज़रा सा मुस्कुराओगे
हँसी में तुम अपनी हमेशा मुझको पाओगे
समझ लेना जब भी तेरी होंगी आँखें नम
तसव्वुर में चेहरा मेरा दिखेगा, सनम, दिखेगा, सनम

जब रात के दस बजे
तुम चाँद को देखोगे
तुम्हें दूरी तड़पाएगी मेरी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी

चाहे भीड़ में रहो या तन्हा रहो
चाहे तुम लबों से मेरा नाम ना कहो

चाहे भीड़ में रहो या तन्हा रहो
चाहे तुम लबों से मेरा नाम ना कहो
फ़साने मे ज़िक्र तेरा आ ही जाएगा
संग बीता हर लम्हा याद आएगा, याद आएगा

हो, कोई गीत जब गाओगे
मुझे लफ़्ज़ों में पाओगे
मेरे बिन अधूरी लगेगी ज़िंदगी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी

चाहे ना मिलो तुम कभी (हाँ-हाँ-हाँ)
चाहे हो जाओ अजनबी (हाँ)
तेरे दिल में रहूँगा में फिर भी (हाँ-हाँ)
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी
हर घड़ी, हर घड़ी, हर घड़ी (हाँ)



Credits
Writer(s): Nikhil Kamath, Bimal Kashyap
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