Tum Yun Hi Kabhi

तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
कि तेरे बिन कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं मैं, जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
हो, तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ

क़ाफ़िराना था दिल मेरा, हमदम
मेरी वो गुस्ताख़ियों को माफ़ करना, सनम
क़ाफ़िराना था दिल मेरा, हमदम
मेरी वो गुस्ताख़ियों को माफ़ करना, सनम

वो तेरे संग गुज़रे थे जो, फिर से वही दिन-रात लाओ
हो, तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ

हम जुदा क्यूँ हुए? तुम ख़फ़ा क्यूँ हुए?
दो क़दम तुम साथ चल के दूर क्यूँ हो गए?
हम जुदा क्यूँ हुए? तुम ख़फ़ा क्यूँ हुए?
दो क़दम तुम साथ चल के दूर क्यूँ हो गए?

ऐ हमसफ़र, टूटे हुए दिल को मेरे थाम जाओ
हो, तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ
कि तेरे बिन कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं मैं, जान जाओ
तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ

तुम यूँ ही कभी मिलने हमें चले आओ



Credits
Writer(s): Amaal Mallik
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