Tu Mera Hua

जाने कब कैसे मुझे
तुमसे प्यार ये हो गया
तू ही तो दिखे हर जगह
कुछ ना है बाकी तेरे सिवा

तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा हुआ, हाँ

सुध-बुध खो के चाहूँ तुझे
मुझे होश कहाँ अपना
ओ, तुझसे मिल के मंज़िल मिल गई
रब का है शुक्रिया

तेरे पास होने से लगता सब कुछ नया-नया
मेरे दिल में ऐसे तू समाँ गया

तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा हुआ, हाँ

चोरी-चोरी से देखने में तुझे
आता है बड़ा ही मज़ा
ओ, तू अगर कभी रूठ जाता है
तो लगती है वो सज़ा

बिन सोचे अब सब कुछ मैंने तेरे नाम किया
चले तेरे संग अब मेरी दुनिया

तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा हुआ, हाँ

तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा ही था, मेरा हुआ
तू मेरा हुआ, हाँ



Credits
Writer(s): Amitava Sarkar, Vivek Malik
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link