Baadal

बैठा फ़ुर्सत में फ़लक ये दो नैनों का सपना चुराने
बादल की लेके बोरियाँ, आ, बादल की लेके बोरियाँ
हो, भटके चाहत की छीटें अरमानों की अंधी सड़क पे
रमता दिल रमता, जोगिया, हो, रमता दिल रमता, जोगिया

हो, बैठा फ़ुर्सत में फ़लक ये दो नैनों का सपना चुराने
बादल की लेके बोरियाँ, आ, बादल की लेके बोरियाँ

साईं के सच्चे कुएँ में क़िस्मत का सिक्का गिरा है
दिल की हो जाती है चोरी, राही बड़ा सरफ़िरा है
ओ, साईं के सच्चे कुएँ में क़िस्मत का सिक्का गिरा है
दिल की हो जाती है चोरी, राही बड़ा सरफ़िरा है

झूठा है नाम, बता, इस दिन का दिन कहीं भाग छुपेगा
फ़ितरत है उसकी जालियाँ, हो, फ़ितरत है उसकी जालियाँ
हो, आई है रात पलट के फिर बर्फीला चाँद चुराने
तारों की लेके डोलियाँ, तारों की लेके डोलियाँ

ओ, बित्ते भर की कश्ती में बाँध बटोर के, भर के सागर
माँझी क्या बोले बोलियाँ? माँझी क्या बोले बोलियाँ?
बादल की लेके बोरियाँ, हो, रमता दिल रमता, जोगिया
मैं तो सिपहिया, ਮਾਹੀਆਂ, हो, फ़ितरत है उसकी जालियाँ, हो, तारों की लेके डोलियाँ
ओ, माँझी क्या बोले बोलियाँ? माँझी क्या बोले बोलियाँ?



Credits
Writer(s): Manoj Yadav, Nishadh Chandra
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