Har Taraf Hai Tu Mere

हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं
दिल तुझे महसूस कर सकता है, छू सकता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं

मैंने देखी है मोहब्बत दिल पे अपने झेल के
मैंने देखी है मोहब्बत दिल पे अपने झेल के
ये खिलौना वो नहीं है, हर कोई जो खेल ले

ये खिलौना प्यार का बाज़ार में बिकता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं

हाँ, इस तरह से कुछ बसर तन्हा मेरी रातें हुईं
इस तरह से कुछ बसर तन्हा मेरी रातें हुईं
हाथ था सीने पे, अपने दर्द से बातें हुईं

सीने में घुटता है अक्सर, दर्द जो उठता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं
दिल तुझे महसूस कर सकता है, छू सकता नहीं
हर तरफ़ है तू मेरे, लेकिन मुझे दिखता नहीं



Credits
Writer(s): Dev Kohli, Pandit Vishwa Prakash Ji
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