Jis Jagah Pe Khatam

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Players (let's play the game of love)
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अभी तक तो हमें कोई समझा ही नहीं है
कोई हमें पहचाना है कहाँ?
नहीं किसी को ख़बर, है वो मंज़िल कौन सी है?
आख़िर हमें जाना है जहाँ

हो, हम चलें तो दिन भी ख़ुद-ब-ख़ुद चलते हैं
हम जहाँ रुक जाए वहीं रात होती है

जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है
जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है

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चुप हैं अगर हम, ये अपनी सराफ़त है
वरना तो रोके ना रुकती शरारत है
कहता है कितना, ये पूछो ज़रा मन से
इसको भिगो दे, तू ज़ुल्फ़ों के सावन से

इस बहाने तू भी थोड़ा सा भीगेगा
कौन सी रोज़ाना ये बरसात होती है?

जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है
जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है

अपनी अदाओं का कायल ज़माना है
लेकिन ये दिल तो तेरा ही दीवाना है
हम-तुम मिले हैं तो कोई वजह होगी
इसमें भी शायद ख़ुदा की रज़ा होगी

दो दिलों का मिलना तय वही करता है
चाहने से कभी मुलाक़ात होती है

जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है
जिस जगह पे ख़तम सबकी बात होती
उस जगह से हमारी शुरुआत होती है



Credits
Writer(s): Ashish Pandit
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