Chor Bazari (Remix)

चोर बाज़ारी दो नैनों की पहले थी आदत जो हट गई
प्यार की जो तेरी-मेरी उम्र आई थी वो कट गई
दुनियाँ की तो फ़िकर कहाँ थी, तेरी भी अब चिंता घट गई

तू भी तू है, मैं भी मैं हूँ, दुनियाँ सारी देख उलट गई
तू ना जाने, मैं ना जानूँ कैसे सारी बात पलट गई
घटनी ही थी ये भी घटना, घटते-घटते लो ये घट गई
हाँ, चोर बाज़ारी दो नैनों की पहले थी आदत जो हट गई

I gotta, ah, shake

तारीफ़ तेरी करना, तुझे खोने से डरना
हाँ, भूल गया अब तुझ पे दिन में चार दफ़ा मरना
तारीफ़ तेरी करना, तुझे खोने से डरना
हाँ, भूल गया अब तुझ पे दिन में चार दफ़ा मरना

प्यार खुमारी उतरी सारी, बातों की बदली भी छँट गई
"हम" से "मैं" पे आई ऐसे, मुझ को तो मैं ही मैं रट गई
एक हुए थे दो से दोनों, दोनों की अब राहें बँट गई (ah, shake it, baby)

तू ना बदली, मैं ना बदला, दिल्ली सारी देख बदल गई (ah, yeah...)
देख बदल गई, बदल...

(I gotta, I gotta shake)

-कोई फ़िक्र नहीं, ग़म का भी ज़िक्र नहीं
हाँ, होता हूँ मैं जिस रस्ते पे आए खुशी वहीं
आज़ाद हूँ मैं तुझसे, आज़ाद है तू मुझसे
हाँ, जो जी चाहे, जैसे चाहे कर ले आज यहीं

लाज-शरम की छोटी-मोटी जो थी डोरी वो भी कट गई
चौक-चौबारे, गली-मोहल्ले खोल के मैं सारे घूँघट गई
तू ना बदली, मैं ना बदला, दिल्ली सारी देख बदल गई

एक घूँट में दुनियादारी की मैं सारी समझ निगल गई
हाँ, रंग-बिरंगा पानी पी के सीधी-सादी कुड़ी बिगड़ गई
देख के मुझको हँसता-गाता, सड़ गई, ये दुनियाँ, सड़ गई

Ah, ah, ah, ah... (I see it...)



Credits
Writer(s): Pritam, Kamil Irshad
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