Amar Akbar Anthony

अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony

अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony

एक, एक से भले दो
दो, दो से भले तीन
दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है बारात नहीं
अरे, दूल्हा-दुल्हन साथ नहीं, बाजा है बारात नहीं
अरे कुछ डरने की बात नहीं
ये मिलन की रैना है, कोई ग़म की रात नहीं
यारों हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
यारों हँसो, बना रखी है क्यूँ ये सूरत रोनी?
एक जगह जब जमा हों तीनों Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony

एक, एक से भले दो
दो, दो से भले तीन
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
शम्मा के परवानों को, इस घर के मेहमानों को
पहचानो अन्जानों को
कैसे बात मतलब की समझाऊँ दीवानों को
सपन सलोने ले के आई है ये रात सलोनी
सपन सलोने ले के आई है ये रात सलोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony

अनहोनी को होनी कर दें, होनी को अनहोनी
एक जगह जब जमा हों तीनों Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony

एक, एक से भले दो
दो, दो से भले तीन
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony
Amar, Akbar, Anthony



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal
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