Tum Jo Naraz Ho To

तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो
तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो
दूर जा के भी मुझे दूर नहीं लगती हो
तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो

रूठी नज़रों में छुपी कोई अदा है जैसे
ज़ुल्फ़ ग़ुस्से में जो बिखरी तो घटा है जैसे

आँखें पल-पल जो पढ़ें महजबीं लगती हो
दूर जा के भी मुझे दूर नहीं लगती हो
तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो

काँपते होंठ हैं, चेहरे का अजब रंग सा है
बिजलियाँ आँखों में हैं, देख के दिल दंग सा है

नज़र इस हुस्न को मेरी ना कहीं लगती हो
दूर जा के भी मुझे दूर नहीं लगती हो
तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो
तुम जो नाराज़ हो तो और हसीं लगती हो



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Raju Singh
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link