Khush Raho

वंदे मातरम्
वंदे मातरम्

ख़ुश रहो, ख़ुश रहो, अहल-ए-वतन
हम अपना फ़र्ज़ निभा के चले
कभी बुझने ना देना उस आग को
आग सीनों में हम जो लगा के चले

क्या हुआ? नींद आई जो हम सो गए
हम तो सारे वतन को जगा के चले
याद आए हमारी तो रोना नहीं
याद आए हमारी तो रोना नहीं
तुम को आज़ादी का रंग लगा के चले

तुम को आज़ादी का रंग लगा के चले
तुम को आज़ादी का रंग लगा के चले



Credits
Writer(s): Dev Kohli
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link