Jab Muhabbat Jawan Hoti Hai (Original)

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है
तुम जहाँ प्यार से क़दम रख दो
वो ज़मीं आसमान होती है

ग़ुंचे-ग़ुंचे में हँस रहे हो तुम
इन ख़यालों में बस रहे हो तुम
यूँ मेरे दिल में छुप रहे हो तुम
जैसे मुरली में तान होती है

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है
तुम जहाँ प्यार से क़दम रख दो
वो ज़मीं आसमान होती है

कुछ कहो तो कहा नहीं जाता
दर्द दिल का सहा नहीं जाता
बिन तुम्हारे रहा नहीं जाता
हाय, मुश्किल में जान होती है

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है
तुम जहाँ प्यार से क़दम रख दो
वो ज़मीं आसमान होती है

हल्का-हल्का सुरूर रहता है
दिल तो मस्ती में चूर रहता है
बात जो भी कही नहीं जाती
वो नज़र से बयान होती है

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है
तुम जहाँ प्यार से क़दम रख दो
वो ज़मीं आसमान होती है

जब मोहब्बत जवान होती है
हर अदा एक ज़बान होती है



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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