Dheere Dheere Machal

धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार...

धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार, कोई आता है
यूँ तड़प के ना तड़पा मुझे बार-बार, कोई आता है
धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार...

उसके दामन की ख़ुशबू हवाओं में है
उसके क़दमों की आहट फ़ज़ाओं में है
उसके दामन की ख़ुशबू हवाओं में है
उसके क़दमों की आहट फ़ज़ाओं में है

मुझको करने दे, करने दे १६ सिंगार, कोई आता है

धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार, कोई आता है
धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार...

मुझको छूने लगीं उसकी परछाइयाँ
दिल के नज़दीक बजती हैं शहनाइयाँ
मुझको छूने लगीं उसकी परछाइयाँ
दिल के नज़दीक बजती हैं शहनाइयाँ

मेरे सपनों के आँगन में गाता है प्यार, कोई आता है

धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार, कोई आता है
धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार...

रूठ के पहले जी-भर सताऊँगी मैं
जब मनाएँगे वो, मान जाऊँगी मैं
रूठ के पहले जी-भर सताऊँगी मैं
जब मनाएँगे वो, मान जाऊँगी मैं

दिल पे रहता है ऐसे में कब इख़्तियार, कोई आता है

धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार, कोई आता है
यूँ तड़प के ना तड़पा मुझे बार-बार, कोई आता है
धीरे-धीरे मचल, ऐ दिल-ए-बेक़रार...



Credits
Writer(s): Kaifi Azmi, Hemant Kumar
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