Beedi

ना गिलाफ़, ना लिहाफ़

ना गिलाफ़, ना लिहाफ़
ठंडी हवा भी खिलाफ़, ससुरी
ना गिलाफ़, ना लिहाफ़
ठंडी हवा भी खिलाफ़, ससुरी

हो, इत्ती सर्दी है, किसी का लिहाफ़ लई ले
हो, जा, पड़ोसी के चूल्हे से आग लई ले
जा, पड़ोसी के चूल्हे से आग लई ले

हाँ, बीड़ी जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा बड़ी आग है
बीड़ी जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा बड़ी आग है

धुआँ ना निकारी, ओ, लब से, पिया
धुआँ ना निकारी, ओ, लब से, पिया
जे दुनिया बड़ी ठाँक है

हाँ, बीड़ी जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा बड़ी आग है

अरे-रे-रे, ना गिलाफ़, ना लिहाफ़
ठंडी हवा भी खिलाफ़, ससुरी
हो, इत्ती सर्दी है, किसी का लिहाफ़ लई ले
हो, जा, पड़ोसी के चूल्हे से आग लई ले
जा, पड़ोसी के चूल्हे से आग लई ले, लई ले

ना क़सूर, ना फ़तूर
ना क़सूर, ना फ़तूर
बिना जुरम के, हुजूर, मर गई
हो, मर गई

हाँ, ऐसे एक दिन दुपहरी बुलाई लियो रे
बाँध घुँघरू कचहरी लगाई लियो रे
बुलाई लियो रे, बुलाई लियो रे, दुपहरी
लगाई लियो रे, लगाई लियो रे, कचहरी

अँगीठी जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा बड़ी आग है
बीड़ी जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा बड़ी आग है

हो, ना तो चक्कुओं की धार, हो, ना दराँती, ना कटार
ना तो चक्कुओं की धार, हो, ना दराँती, ना कटार
ऐसा काट के दाँत का निसान छोड़ दे
ये कटाई तो कोई भी किसान छोड़ दे

हो, ऐसे जालिम का छोड़ दे, मकान जोड़ दे, रे बिल्लो
जालिम का छोड़ दे, मकान जोड़ दे रे
ऐसे जालिम का, हो, ऐसे जालिम का
ऐसे जालिम का छोड़ दे, मकान जोड़ दे

ना बुलाया, ना बताया
ना बुलाया, ना बताया, माँ ने नींद से जगाया, हाय रे
ऐसा चौंके, लिहाफ़ में नसीब आ गया
वो इलायची खिलई के क़रीब आ गया

कोयला जलई ले जिगर से, पिया
जिगर मा आग है

इत्ती सर्दी है, किसी का लिहाफ़ लई ले
हो, जा, पड़ोसी...
हो, जा, पड़ोसी, जा-जा पड़ोसी...
हो, जा, पड़ोसी के चूल्हे से आग लई ले



Credits
Writer(s): Vishal Bhardwaj, Gulzar
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