Hai Na (From "Zubeidaa")

महकी-महकी हैं रहें, बहकी-बहकी हैं निगाहें, है ना?
घेरे हैं जो ये बाँहें, पाई हैं मैंने पनाहें, है ना?
गा तू दिल के तारों पे, गा गीत ऐसा कोई नया
जो ज़िंदगी में कभी हो ना पहले सुना

पलकों पे सपने सजा, सपनों में जादू जगा
तू मेरी राहों में चाहत की शम-ए-जला
महकी-महकी हैं रहें, बहकी-बहकी हैं निगाहें, है ना?

मेरे दिल ने तोहफ़े ये तुम से पाए
धूप थी ग़म की, तुम लाए साए
मेरे दिल ने तोहफ़े ये तुम से पाए
धूप थी ग़म की, तुम लाए साए

मेरी अब जो भी ख़ुशी है, मुझे तुम से ही मिली है, सुनो ना
तुम्हीं वो चाँदनी हो जो मेरी नज़रों में खिली है
कहीं ये तो नहीं हैं वो आँखें हसीं, देखती हैं जो मुझ को, पिया?

जो भी हूँ तेरी हूँ, बस ये ही गुण है मेरा
जो भी हूँ तेरी हूँ, बस ये ही गुण है मेरा
गा तू दिल के तारों पे, गा गीत ऐसा कोई नया
जो ज़िंदगी में कभी हो ना पहले सुना

पलकों पे सपने सजा, सपनों में जादू जगा
तू मेरी राहों में चाहत की शम-ए-जला

दिल की ये ज़िद है, दिल का है कहना
साथ तुम्हारे इस को है रहना
हो, दिल की ये ज़िद है, दिल का है कहना
साथ तुम्हारे इस को है रहना

चलो कहीं दूर ही जाएँ, नई इक दुनियाँ बसाएँ, सुनो ना
वहाँ बस मैं और तुम हों, मोहब्बत में हम गुम हों
अब हो उलझन कोई, अब हो बंधन कोई
हो नहीं सकते हम अब जुदा

ये तेरा, ये मेरा आख़िरी है फ़ैसला
ये तेरा, ये मेरा आख़िरी है फ़ैसला



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, A R Rahman
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