Rang Bharey Mausam Sey - From "Bandish"

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ तेरी माँग में सिंदूर सजा के
सिंदूर सजा के

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ तेरी माँग में सिंदूर सजा के
सिंदूर सजा के

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ पिया मैं तेरी तस्वीर बना के
तस्वीर बना के
रंग भरे मौसम से रंग चुरा के

मैं बेताब बड़ा हूँ, मैं बेचैन बड़ी हूँ
मैं बेताब बड़ा हूँ, मैं बेचैन बड़ी हूँ
रस्ता देख रहा हूँ, मैं तैयार खड़ी हूँ

जी कहीं लगता नहीं
कुछ मेरे बस में नहीं
ले चल मुझे नैनों की डोली में बिठा के
डोली में बिठा के

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ तेरी माँग में सिंदूर सजा के
सिंदूर सजा के
रंग भरे मौसम से रंग चुरा के

सब कुछ सोच लिया क्या?
जाँ दे दी तो जिया क्या
हो, सब कुछ सोच लिया क्या?
जाँ दे दी तो जिया क्या
तूने मुझको दिया क्या?
मेरे पास रहा क्या?

लूट लिया इस तरह
ये तो कहो किस तरह?

बस गई आँखों में तू नींद उड़ा के
मेरी नींद उड़ा के

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ पिया मैं तेरी तस्वीर बना के
तस्वीर बना के
रंग भरे मौसम से रंग चुरा के

हो-हो-हो, हो-हो-हो
आ-हा-हा, आ-हा-हा-हा

जब तक जान रहेगी, तब तक साथ जिएँगे
हो, जब तक जान रहेगी, तब तक साथ जिएँगे
जब तक प्रीत रहेगी, तब तक प्यार करेंगे

हो, ज़िंदगी के नाम से, हर किसी के सामने
ये वादा किया मैंने कसम तेरी उठा के
कसम तेरी उठा के

रंग भरे मौसम से रंग चुरा के
आ देखूँ तेरी माँग में सिंदूर सजा के
आ देखूँ पिया मैं तेरी तस्वीर बना के
तस्वीर बना के
रंग भरे मौसम से रंग चुरा के



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelal
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