Kitne Chahat Dil Me

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आए हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं

सारी दुनिया भुलाए बैठी हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आए हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

शोख़ धड़कन की जवानी तुम हो
अब तो साँसों की रवानी तुम हो
जो लिखी है मेरे ख़यालों ने
ख़ूबसूरत वो कहानी तुम हो

मैं भी सपने सजाए बैठी हूँ
ये ना कहना कि बेक़रार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

तुम जो आए हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

चाँद-तारों की सुहानी रातें
कैसी भूलूँगी वो मुलाक़ातें?
कितनी दिलकश हैं, कितनी प्यारी हैं
याद आती हैं तुम्हारी बातें

दिल की शम्मा जलाए बैठा हूँ
अब तो ख़ुद पे भी इख़्तियार नहीं
सारी दुनिया भुलाए बैठी हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं

तुम जो आए हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये ना सोचो कि मुझको प्यार नहीं



Credits
Writer(s): Anwar Sagar, Nadeem, Nadeem Saifi, Sameer, Shravan Rathod
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