Sajna Hai Mujhe Sajna Ke Liye

सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए

ज़रा उलझी लटें सँवार लूँ
हर अंग का रंग निखार लूँ
कि सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए

पानी पड़े तन पे तो शोला निकले
जाने कैसी अगन में बदन जले
पानी पड़े तन पे तो शोला निकले
जाने कैसी अगन में बदन जले

दिन-भर की थकन उतार लूँ
हर अंग का रंग निखार लूँ
कि सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए

अंग-अंग धो लूँ ज़रा मल-मल के
फूल सी महक उठूँ मैं खिल के
अंग-अंग धो लूँ ज़रा मल मल के
फूल सी महक उठूँ मैं खिल के

तितली से पंख उधार लूँ
हर अंग का रंग निखार लूँ
कि सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए

सज-धज के, मैं ज़रा बन-ठन के
बाण चलाऊँगी नैनन के
सज-धज के, मैं ज़रा बन-ठन के
बाण चलाऊँगी नैनन के

आईना ज़रा निहार लूँ
ख़ुद अपनी नज़र उतार लूँ
कि मैं तो सज गई रे सजना के लिए
मैं तो सज गई रे सजना के लिए

मैं तो सज गई रे सजना के लिए
मैं तो सज गई रे सजना के लिए



Credits
Writer(s): Ravindra Jain
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