Kyon Chupate Ho

क्यूँ छुपाते हो मन की बात?
कह भी दो, बीती जाए रात
दूरियाँ किस लिए, दे दो हाथो में हाथ

दिल भी तुम्हारा है, हम भी तुम्हारे हैं
मन में मचलते अरमाँ हमारे हैं
देखो सितारे करते इशारें हैं
कर लो मोहब्बत, कमसिन नज़ारे हैं

क्यूँ छुपाते हो मन की बात?
कह भी दो, बीती जाए रात
दूरियाँ किस लिए, दे दो हाथों में हाथ

दिल है दीवाना कहना ना माने
रस्मों को, क़समों को ये पागल ना जाने
ज़िद्दी बड़ा है, ज़िद पे अड़ा है
आ जाओ, आ भी जाओ इस को मनाने

क्यूँ छुपाते हो मन की बात?
कह भी दो, बीती जाए रात
दूरियाँ किस लिए, दे दो हाथों में हाथ

हमसे मोहब्बत करते हो तुम भी
हम जितना मरते तुम पे, मरते हो तुम भी
हम को पता है, दिल जानता है
तनहाइयों में आहें भरते हो तुम भी

क्यूँ छुपाते हो मन की बात?
कह भी दो, बीती जाए रात
दूरियाँ किस लिए, दे दो हाथों में हाथ

दिल भी तुम्हारा है, हम भी तुम्हारे हैं
मन में मचलते अरमाँ हमारे हैं
देखो सितारे करते इशारें हैं
कर लो मोहब्बत, कमसिन नज़ारे हैं



Credits
Writer(s): Darshan Rathod, Sanjeev Rathod
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link