Raat Ke Hamsafar

रात के हमसफ़र थक के घर को चले
झूमती आ रही है सुबह प्यार की
देख कर सामने रूप की रोशनी
फिर लुटी जा रही है सुबह प्यार की

सोने वालों को हँस कर जगाना भी है
रात के जागतों को सुलाना भी है
देती है जागने की सदा साथ ही
देती है जागने की सदा साथ ही
लोरियाँ गा रही है सुबह प्यार की

रात के हमसफ़र थक के घर को चले
झूमती आ रही है सुबह प्यार की
देख कर सामने रूप की रोशनी
फिर लुटी जा रही है सुबह प्यार की

रात ने प्यार के जाम भर कर दिए
आँखों-आँखों से जो मैंने-तुमने पिए
होश तो अब तलक जा के लौटे नहीं
होश तो अब तलक जा के लौटे नहीं
और क्या ला रही है सुबह प्यार की?

रात के हमसफ़र थक के घर को चले
झूमती आ रही है सुबह प्यार की
देख कर सामने रूप की रोशनी
फिर लुटी जा रही है सुबह प्यार की

क्या-क्या वादे हुए, किसने खाई क़सम
किस नई राह पर हमने रखे क़दम
छुप सका प्यार कब, हम छुपाएँ तो क्या?
छुप सका प्यार कब, हम छुपाएँ तो क्या?
सब समझ पा रही है सुबह प्यार की

रात के हमसफ़र थक के घर को चले
झूमती, आ-हा-हा, आ-हा-हा, प्यार की
Mmm-mmm-mmm, प्यार की
Mmm-mmm-mmm, प्यार की



Credits
Writer(s): R S Shankar Singh
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