Kali Ghata Chhai - Male Version

काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई
काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई
तुझे ढूँढे मेरे नैन, नहीं नींद, नहीं चैन

काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई
काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई

यूँ ही नहीं चली आई बहारें, फूल यूँ ही नहीं खिले
यूँ ही नहीं चली आई बहारें, फूल यूँ ही नहीं खिले
कुछ तो है कारण, कितने युगों से दो प्रेमी नहीं मिले

छोटा सा जीवन, लंबी जुदाई
काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई

पर्बत-पर्बत, गुलशन-गुलशन, मेले मिलन के लगे
पर्बत-पर्बत, गुलशन-गुलशन, मेले मिलन के लगे
एक ही पल में नींद से जैसे दर्द हज़ारों जगे
दिल की लगी ने ली अँगड़ाई

काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई
तुझे ढूँढे मेरे नैन, नहीं नींद, नहीं चैन
काली घटा छाई, प्रेम रुत आई
आई, आई, आई, आई, तेरी याद आई



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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