Muskurati Huyi Chandni

मुस्कुराती हुई चाँदनी
जगमगाता हुआ आसमाँ
ले चले हो मुझे तुम कहाँ?

दो मोहब्बत भरे दिल जहाँ
कह सकें प्यार की दास्ताँ
हम तुम्हें ले चले हैं वहाँ

कह रहे हैं नज़ारे पुकार के
"बीत जाएँ ना दिन ये बाहर के"
सनसनाती हवाओं के गीत ने
तार छेड़े हैं दिल के सितार के

ये सुहाना समाँ, हैं उमंगें जवाँ
फिर खुले क्यूँ ना दिल की ज़ुबाँ?

मुस्कुराती हुई चाँदनी
जगमगाता हुआ आसमाँ
ले चले हो मुझे तुम कहाँ?

दो मोहब्बत भरे दिल जहाँ
कह सकें प्यार की दास्ताँ
हम तुम्हें ले चले हैं वहाँ

आज कैसी सुहानी ये रात है?
ज़िंदगी में नई एक बात है
इन सितारों की रंगीन छाँव में
दो दिलों का अनोखा ये साथ है

हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए
प्यार का मुस्कुराया जहाँ

मुस्कुराती हुई चाँदनी
जगमगाता हुआ आसमाँ
ले चले हो मुझे तुम कहाँ?

दो मोहब्बत भरे दिल जहाँ
कह सकें प्यार की दास्ताँ
हम तुम्हें ले चले हैं वहाँ



Credits
Writer(s): Ravi
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