Taqdeer Ke Bazar Mein

तक़दीर के बाज़ार में बिकते हुए जज़्बात ले
दुनिया का ये दस्तूर है, इस हाथ दे, इस हाथ ले
क्यूँ, ठीक है ना?

गंगा, जमुने, पायल, ला दे सोने के कंगनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजनवा

गंगा, जमुने, पायल, ला दे सोने के कंगनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजनवा

तेरी बाँहों में आ जाऊँगी, तेरे सीने से लग जाऊँगी
ख़ुद भी पियूँगी, राजा, तुझे भी पिलाऊँगी
मैं भी जवान हूँ, तू भी जवान है
मर्दों की ज़ात मगर होती बेईमान है

मतलब निकालते हैं, वादों पे टालते हैं
मतलब निकालते हैं, वादों पे टालते हैं
पहले सजाते मेरा गोरा बदनवा

फ़िर सारी रात रहियो सजनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजनवा

तेरी इन गलियों में धूम है, ये मुझको भी मालूम है
जुल्मी नजरिया वाले क्यूँ बनता मासूम है?
तेरी हर बात को सच कैसे मान लूँ? हाँ
तू मुझको चाहता है, ये कैसे जान लूँ?

बन जाए बात अभी, हो जाऊँ साथ अभी
बन जाए बात अभी, हो जाऊँ साथ अभी
पहले दिला दे मेरे मन का चमनवा

फ़िर सारी रात रहियो सजनवा
फ़िर सारी रात रहियो सजन...



Credits
Writer(s): Asad Bhopali, Ravi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link