Yeh Duniya Yeh Mehfil

ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं

किसको सुनाऊँ हाल
दिल-ऐ-बेकरार का
बुझता हुआ चराग हूँ
अपने मज़ार का
ऐ काश भूल जाऊँ
मगर भूलता नहीं
किस धूम से उठा था
जनाज़ा बहार का
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं

अपना पता मिले ना
ख़बर यार की मिले
दुश्मन को भी ना ऐसी
सज़ा प्यार की मिले
उनको खुदा मिले हैं
खुदा की जिन्हें तलाश
मुझको बस एक झलक
मेरे दिलदार की मिले
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं

सेहरा में आके भी
मुझको ठिकाना ना मिला
गम को भुलाने का
कोई बहाना ना मिला
दिल तरसे जिसमें प्यार को
क्या समझूँ उस संसार को
इक जीती बाज़ी हार के
मैं ढूँढू बिछड़े यार को
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं

दूर निगाहों से
आँसू बहाता है कोई
कैसे ना जाऊँ मैं
मुझको बुलाता है कोई
या टूटे दिल को जोड़ दो
या सारे बंधन तोड़ दो
ऐ पर्वत रस्ता दे मुझे
ऐ काँटों दामन छोड़ दो
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं
ये दुनिया ये महफिल
मेरे काम की नहीं
मेरे काम की नहीं



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Kaifi Azmi
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