Nazron Se Kah Do

नज़रों से कह दो, "प्यार में मिलने का मौसम...
हो, मिलने का मौसम आ गया"
नज़रों से कह दो, "प्यार में मिलने का मौसम...
हो, मिलने का मौसम आ गया"

बाँहों में बाँहें डाल के खिलने का मौसम...
हो, खिलने का मौसम आ गया
नज़रों से कह दो, "प्यार में मिलने का मौसम...
हो, मिलने का मौसम आ गया"
कन्नू-कन्नू, अरे, बाबा, जानू, shh!
रोको ना तुम मुझे (ज़रा सुनो तो)
इस प्यार से तेरा हाथ लगा
लहरा गए गेसू मेरे

इस प्यार से तेरा हाथ लगा
लहरा गए गेसू मेरे
अरे, कुछ भी नज़र आता ही नहीं
मस्ती में मुझे तुझ से परे

काँधे पे...
काँधे पे मेरी ज़ुल्फ़ के ढलने का मौसम...
हो, ढलने का मौसम आ गया
बाँहों में बाँहें डाल के खिलने का मौसम...
हो, खिलने का मौसम आ गया
(ओ-ओ), तुम मिल भी गए
फिर भी दिल को क्या जाने कैसी आस है

तुम मिल भी गए
फिर भी दिल को क्या जाने कैसी आस है
तुम पास हो
फिर भी होंठों में जाने कैसी प्यास है

होंठों की...
होंठों की ठंडी आग में जलने का मौसम...
Hey, जलने का मौसम आ गया
नज़रों से कह दो, "प्यार में मिलने का मौसम...
हो, मिलने का मौसम आ गया"



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Nagrath Rajesh Roshan
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