Nafrat Ki Duniya Ko Chhod Ke

नफ़रत की दुनिया को छोड़ के
...ख़ुश रहना, मेरे यार

नफ़रत की दुनिया को छोड़ के
प्यार की दुनिया में ख़ुश रहना, मेरे यार
नफ़रत की दुनिया को छोड़ के
प्यार की दुनिया में ख़ुश रहना, मेरे यार
इस झूठ की नगरी से तोड़ के नाता जा, प्यारे
अमर रहे तेरा प्यार, ख़ुश रहना, मेरे यार

जब जानवर कोई इंसान को मारे
जब जानवर कोई इंसान को मारे
कहते हैं दुनिया में "वहशी" उसे सारे

एक जानवर की जान आज इंसानों ने ली है
चुप क्यूँ है संसार? ख़ुश रहना, मेरे यार

बस आख़िरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस आख़िरी सुन ले, ये मेल है अपना
बस ख़त्म, ऐ साथी, ये खेल है अपना

अब याद में तेरी बीत जाएँगे रो-रो के
जीवन के दिन चार
नफ़रत की दुनिया को छोड़ के
प्यार की दुनिया में ख़ुश रहना, मेरे यार

ख़ुश रहना, मेरे यार
ख़ुश रहना, मेरे यार
ख़ुश रहना, मेरे यार



Credits
Writer(s): Laxmikant-pyarelal, Anand Bakshi
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