Oh Kanhaiya Kanhaiya

ओ, कन्हैया
ओ, कन्हैया, कन्हैया-कन्हैया, कन्हैया-कन्हैया
ओ, कन्हैया, कन्हैया-कन्हैया
आज पनघट पे है तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ, कन्हैया

मन ये कहता है अब ना पुकारूँ तुझे
प्यार कहता है कैसे बिसारूँ तुझे
प्रीत की रीत कैसे बदल दूँ भला
नैन कहते हैं हर दम निहारूँ तुझे

आ भी जा साँवरे
आ भी जा साँवरे फिर छेड़ दे
फिर छेड़ दे रे वही बाँसुरी

ओ, कन्हैया
ओ, कन्हैया, कन्हैया-कन्हैया
आज पनघट पे है तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ, कन्हैया

मन के मंदिर में मैंने बिठाया तुझे
अपना सब कुछ ही मैंने बनाया तुझे
तेरी पूजा में मैं तो रही रे मगन
और भगवान बनना ना आया तुझे

आ भी जा साँवरे
आ भी जा साँवरे फिर छेड़ दे
फिर छेड़ दे रे वही बाँसुरी

ओ, कन्हैया
ओ, कन्हैया, कन्हैया-कन्हैया
आज पनघट पे है तेरी राधा अकेली खड़ी
तेरी राधा अकेली खड़ी
ओ, कन्हैया



Credits
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, S H Bihari
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