Hum Tum Yug Yug Se

हम-तुम युग-युग से
ये गीत मिलन के गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम-तुम जग में
जीवनसाथी बन के आते रहे हैं, आते रहेंगे

हम-तुम युग-युग से
ये गीत मिलन के गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम-तुम...

जब-जब हम ने जीवन पाया
जब-जब ये रूप सजा, सजना
हर बार तुम ही ने माँग भरी
तुम ने ही पहनाए कँगना

हम फूल बने या राख हुए
पर साथ नहीं छूटा अपना
हर बार तुम ही तुम आन बसे
इन आँखों में बन के सपना

हम-तुम युग-युग से
ये गीत मिलन के गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम-तुम...

सावन में जब कभी भी
ये बादल गगन पे छाए
बिजली से डर गए तुम
डर कर क़रीब आए

फिर क्या हुआ? बताओ
बरसात थम ना जाए
बरसात थम ना जाए

...युग-युग से
ये गीत मिलन के गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम-तुम...

जग ये बंधन ना तोड़ सका
हम तोड़ के हर दीवार मिले
इस जनम-जनम की नदिया के
इस पार मिले, उस पार मिले

भगवान ने पूछा, "माँगो तो
तुम को सारा संसार मिले"
पर हम ने कहा, "संसार नहीं
हम को साजन का प्यार मिले"

हम-तुम युग-युग से
ये गीत मिलन के गाते रहे हैं, गाते रहेंगे



Credits
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Anand Bakshi
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