Tumhi Rahnuma Ho Meri Zindagi Ki

तुम्हीं रहनुमा हो मेरी ज़िंदगी के
तुम्हीं रहनुमा हो मेरी ज़िंदगी के
बिगाड़ो मुझे या सँवारो मुझे
मुझे शर्म कैसी, मेरे साथ तुम हो
किसी रास्ते से गुज़ारो मुझे
तुम्हीं रहनुमा हो मेरी ज़िंदगी के

तुम्हारे लिए तो मैं मर के भी जी लूँ
शराबें तो क्या हैं, ज़हर भी मैं पी लूँ

लगे डगमगाने क़दम आज मेरे
सहारा तो दो, ऐ सहारों, मुझे
मुझे शर्म कैसी, मेरे साथ तुम हो
किसी रास्ते से गुज़ारो मुझे
तुम्हीं रहनुमा हो मेरी ज़िंदगी के

मैं हूँ लाज घर की, तुम्हारी आरती हूँ
मगर महफ़िलोंं की शम्मा बन गई हूँ

मेरा अब यहाँ से पलटना है मुश्किल
भले ही कहीं से पुकारो मुझे
तुम्हीं रहनुमा हो मेरी ज़िंदगी के



Credits
Writer(s): Sapan Jagmohan, Indeewar
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