Baghon Mein Khilte Hai Phool

बाग़ों में खिलते हैं फूल क़सम तेरी आँखों की खा के
बाग़ों में खिलते हैं फूल क़सम तेरी आँखों की खा के
आई समझ में जो भूल, गिरे तेरे क़दमों में आ के
आई समझ में जो भूल, गिरे तेरे क़दमों में आ के

घूँघट के पीछे ये रूप सादा, बदली में जैसे हो चाँद आधा
घूँघट के पीछे ये रूप सादा, बदली में जैसे हो चाँद आधा
तुम मेरे सपनों के नटखट कन्हैया...
तुम मेरे सपनों के नटखट कन्हैया, मैं हूँ तुम्हारे ख़्वाबों की राधा

हो, बाग़ों में खिलते हैं फूल क़सम तेरी आँखों की खा के
आई समझ में जो भूल, गिरे तेरे क़दमों में आ के

आँखों में रखना, दिल में बसाना, धरती के ज़र्रे को तारा बनाना
आँखों में रखना, दिल में बसाना, धरती के ज़र्रे को तारा बनाना
जीवन की राहों के मासूम साथी...
जीवन की राहों के मासूम साथी, तेरी नज़र पे लुटा दूँ ज़माना

हो, बाग़ों में खिलते हैं फूल क़सम तेरी आँखों की खा के
आई समझ में जो भूल, गिरे तेरे क़दमों में आ के



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Chitragupta
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