Doori Na Rahe Koi..

दूरी...
दूरी ना रहे कोई, आज इतने क़रीब आओ
दूरी ना रहे कोई, आज इतने क़रीब आओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ

दूरी ना रहे कोई, आज इतने क़रीब आओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ

साँसों की हरारत से तनहाई पिघल जाए
जलते हुए होंठों का अरमान निकल जाए
साँसों की हरारत से तनहाई पिघल जाए
जलते हुए होंठों का अरमान निकल जाए
...अरमान निकल जाए

चाहत की घटा बनकर यूँ मुझ पे बरस जाओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ

ये बात ना थी अब से पहले कभी जीने में
ये बात ना थी अब से पहले कभी जीने में
दिल बनके धड़कते हो तुम ही मेरे सीने में

कभी साथ ना छोड़ोगे, तुम मेरी क़सम खाओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ

दूरी ना रहे कोई, आज इतने क़रीब आओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ
मैं तुम में समा जाऊँ, तुम मुझ में समा जाओ



Credits
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Kafeel Aazar
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