Lagi Lagi

लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
मैंने जो चाहा था मिल गई वो खुशी

लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी

मैं तो बड़ा नादान था, समझा नहीं प्यार क्या है
करता रहा आवारगी, ना जाने कैसी वफ़ा है
ज़ंजीर से कोई कभी दिल को नहीं बाँध पाएँ
तक़दीर से चाहत मिले, दौलत नहीं काम आएँ
कम ना हो उम्र भर प्यार की बेखुदी

लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी

जब प्यार हो दिल में बसा जन्नत लगे सारा जहाँ
सब से बड़ा धनवान वो जिसको मिले उल्फ़त यहाँ
जो प्यार में दे ज़िन्दगी, चाहत पे क़ुर्बान हो
मुश्किल से वो हमदम मिले जिसे दिल की पहचान हो
इश्क़ तो है खुदा, इश्क़ ही बंदगी

लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी
लगी-लगी है ये दिल की लगी
ना समझो इसे दिल्लगी



Credits
Writer(s): Sameer Sen, Dilip Sen, Sameer Lalji Pandey
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