Malhari (from "Bajirao Mastani")

बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिडक-छिडक मल्हारी
कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

अरे, बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिडक-छिडक मल्हारी
कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिडक-छिडक मल्हारी
कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

धीरे-धीरे बढ़ी चली, बढ़ी चली है
जो थी चिंगारी, छोटी चिंगारी
भरी-भरी, भरी-भरी, भरी-भरी है
मन की अलमारी, आज अलमारी

हुई सतरंगी, झाली सतरंगी
हुई सतरंगी थी जो ये रात काली

ए, कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

चका-चका, चका-चका, चका-चका चौंद
अपनी बस्ती रे, झाली बस्ती रे
रपा-रपा, रपा-रपा, रपा-रपा रप
सारे मस्ती में, डूबे मस्ती में

बड़ी अतरंगी, हुई अतरंगी
बड़ी अतरंगी अपनी ये जीत झाली

ए, कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिडक-छिडक मल्हारी
कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली

बजने दे धड़क-धड़क
ढोल-ताशे धड़क-धड़क
भंडारा छिडक-छिडक मल्हारी
कडक, तडक, भडक झाली
चटक, मटक, वटक झाली
दुश्मन की देखो जो वाट लावली



Credits
Writer(s): Parashram Laxman Ingole, Sanjay Navin Bhansali
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link