Aisa Kyun Hota Hai (From "Ishq Vishk")

मेरे दिल को ये क्या हो गया?
मैं ना जानूँ कहाँ खो गया
क्यूँ लगे दिन में भी रात है?
धूप में जैसे बरसात है

ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?
क्या इसको ही कहते है प्यार?

मेरे दिल को ये क्या हो गया?
मैं ना जानूँ कहाँ खो गया
क्यूँ लगे दिन में भी रात है?
धूप में जैसे बरसात है

ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?
क्या इसको ही कहते है प्यार?

हो, सपने नए सजने लगे
दुनिया नई लगने लगी
पहले कभी ऐसा ना हुआ
क्या प्यास ये जगने लगी?

मदहोशियों का है समा
वो झुकने लगा आसमाँ
ख़ामोशी बनी है ज़ुबाँ
छेड़े है कोई दास्ताँ

धड़कन पे भी छाया है ख़ुमार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?

हो, आइने में जो देखा ख़ुद को
आए शरम, आँखें झुकी
धक से मेरा धड़का जिया
इक पल को ये साँसें रुकी

अब चोरी सताने लगी
रातों को जगाने लगी
मैं यूँ ही मचलने लगी
कुछ-कुछ बदलने लगी

जाने रहती हूँ क्यूँ बेक़रार
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?

मेरे दिल को ये क्या हो गया?
मैं ना जानूँ कहाँ खो गया
क्यूँ लगे दिन में भी रात है?
धूप में जैसे बरसात है

ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?
क्या इसको ही कहते है प्यार?
ऐसा क्यूँ होता है बार-बार?
क्या इसको ही कहते है प्यार?



Credits
Writer(s): Sameer Anjaan, Anu Malik
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link