Rustom Vahi (Male Version)

अजनबी हैं सभी
दुश्मन भी, दोस्त भी

जान दे के मिले
जान ले के मिले
प्यार तो प्यार है
चाहे जैसे मिले

किसे है फ़िकर गलत क्या सही
जो जीता यहाँ, है रुस्तम वही

यार ही तो प्यार है
हाँ, प्यार ही तो हथियार है, रुस्तम का
किसे है फ़िकर गलत क्या सही
जो जीता यहाँ, है रुस्तम वही

तू सोच ले, हर सोच से है दस क़दम आगे वो
ले जाएगा, आँखों तले साँसे तेरी चुरा के वो
तू सोच ले, हर सोच से है दस क़दम आगे वो
ले जाएगा, आँखों तले साँसे तेरी चुरा के वो

तू कहीं भी छुपे
ढूँढ ले वो तुझे
बाज़ी है जान की
जान दे, जान ले

आन ही तो शान है
कुछ और ही अंदाज़ है रुस्तम का

किसे है फ़िकर ग़लत क्या सही
जो जीता यहाँ, है रुस्तम वही
किसे है फ़िकर ग़लत क्या सही
जो जीता यहाँ, है रुस्तम वही



Credits
Writer(s): Raghav Sachar, Mandar Cholkar
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