Tum Gaye

तुम गए, सब गया, तुम गए, सब गया
कोई अपनी ही मिट्टी तले दब गया
तुम गए, सब गया, तुम गए, सब गया
कोई अपनी ही मिट्टी तले दब गया
तुम गए, सब गया

कोई आया था कुछ देर पहले यहाँ
लेके मिट्टी से लेपा हुआ आसमाँ
क़ब्र पर डाल कर वो गया, कब गया?
तुम गए, सब गया, तुम गए, सब गया

हाथों-पैरों में तनहाइयाँ चलती हैं
मेरी आँखों में परछाइयाँ चलती हैं
एक सैलाब था, सारा घर बह गया
फिर भी जीने का थोड़ा सा डर रह गया
ज़ख्म जीने के क्यूँ दे गया जब गया?

तुम गए, सब गया, तुम गए, सब गया
कोई अपनी ही मिट्टी तले दब गया
तुम गए, सब गया, तुम गए, सब गया



Credits
Writer(s): Vishal Bharadwaaj, Gulzar
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