Main To Hoon Pagal

मै तो हूँ पागल
ये कहूं हर पल
मै तो हूँ पागल ये कहूं हर पल
कर कोई हलचल होने दे, होने दे
(होने दे, होने दे, होने दे)
कोई दीवानगी
मै तो हूँ पागल ये कहूं हर पल
कर कोई हलचल होने दे, होने दे
(होने दे, होने दे, होने दे)
कोई दीवानगी

रेत में तैरना सीख ले
और समुन्दर के ऊपर टहल
बीन भैसों के आगे बजा
और हवा में बना ले महल
रेत में तैरना सीख ले
और समुन्दर के ऊपर टहल
बीन भैसों के आगे बजा
और हवा में बना ले महल
Suit लोहे का सिलवा ले तू
और पैरों पे चश्मा लगा
हाथ में बाँध ले वो घड़ी
जिस में हो साढ़े तेरा बजा

मै तो हूँ पागल ये कहूं हर पल
कर कोई हलचल होने दे, होने दे
(होने दे, होने दे, होने दे)
कोई दीवानगी

पेड़ से तोड़ ले मछलियाँ
बिल्लियों को तू गाना सिखा
चाँद को कर दे चौकोर तू
और सूरज तिकोना बना
पेड़ से तोड़ ले मछलियाँ
बिल्लियों को तू गाना सिखा
चाँद को कर दे चौकोर तू
और सूरज तिकोना बना
ओ, बिना पहिये की गाडी में चल
भूल जा अपने घर का पता
लेके हाथी को मुट्ठी में तू
Cabaret देख ले ऊँट का

मै तो हूँ पागल ये कहूं हर पल
कर कोई हलचल होने दे, होने दे
(होने दे, होने दे, होने दे)
कोई दीवानगी



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
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