Kaisi Pagli Deewani

कितना छुपाएँ? हाय, छुप नहीं पाएँ
ये आँसू फिर भी आएँ
जीना तो चाहें, पर जी नहीं पाएँ
हाय, उसकी याद सताए

कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
हाय, दिल को लगाया कैसा रोग, दिल को लगा गई रोग
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी, हो

सपने सजाए थे आँखों में कितने हम
खुशियाँ ही खुशियाँ थीं, बिल्कुल नहीं था ग़म
सब कुछ बिखर गया, दिल ग़म से भर गया
ये तूने क्या किया, ओ, बेवफ़ा सनम?

अब तो बन गई मेरी ज़िंदगी एक दर्द की कहानी
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
हाय, दिल को लगाया कैसा रोग, दिल को लगा गई रोग
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी, हो

अरमान दिल के अब सब चूर हो गए
घुट-घुट के जीने को हम मजबूर हो गए
कहता है दिल से ये उठता हुआ धुआँ
फिर भी तू खुश रहे, मेरी है ये दुआ

मैंने माफ़ की जा, ओ, बेवफ़ा, तेरी हर नादानी
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी, हो

कितना छुपाएँ? हाय, छुप नहीं पाएँ
ये आँसू फिर भी आएँ
जीना तो चाहें, पर जी नहीं पाएँ
हाय, उसकी याद सताए

कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
कैसी पगली दीवानी, मेरी क़दर ना जानी
हाय, दिल को लगाया कैसा रोग, दिल को लगा गई रोग



Credits
Writer(s): Vaishnav Deva, Bhairav Arun
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