Kismat Se Tum Hum KO Mile (From "Pukar")

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे

फिर से बनती तक़दीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को
जानम, अब ना तोड़ेंगे

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे

फिर से बनती तक़दीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को
जानम, अब ना तोड़ेंगे

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे

क्या कहूँ, कैसे लगते हैं दिल पे ज़ुल्फ़ों के साए
कोई भुला राही जैसे मंज़िल पा जाए
या कोई दिल तूफ़ान का मारा, दर्द की लहरों में आवारा
कोई प्यारा प्यार का साहिल पा जाए

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
टुकड़े दिल के हम-तुम मिल के
फिर से जोड़ेंगे, ये शीशा फिर से जोड़ेंगे

फिर से बनती तक़दीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को
जानम, अब ना तोड़ेंगे

यूँ शरमाती, यूँ घबराती ऐसे सिमटी-सिमटाई
ओ, मेरे बालम, यूँ ही नहीं मैं जाते-जाते लौट आई, हो
प्रीत मेरी पहचानी तूने, मेरी क़दर तो जानी तूने
अब दिल जागा, होश में चाहत अब आई

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
टुकड़े दिल के हम-तुम मिल के
फिर से जोड़ेंगे, ये शीशा फिर से जोड़ेंगे

फिर से बनती तक़दीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को
जानम, अब ना तोड़ेंगे

क़िस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे, ये हाथ हम ना छोड़ेंगे



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Majrooh Sultanpuri, A. R. Rahman
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link