Bheegi Huyee Hai Raat

भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम

भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम

सीने में कैसा दर्द है
होठों पे कैसे प्यास है
सीने में कैसा दर्द है
होठों पे कैसे प्यास है
कैसे बताये हम तुम्हे
अन्जाना एहसास है
तुम हो हमारे साथ मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम

बैठे तो है जानेअदा
चाहत के साये तले
बैठे तो है जानेअदा
चाहत के साये तले
फिर कैसी बेचैनियाँ
ये वक्त क्यों ना ढले
है सबनमी मुलाकात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम
भीगी हुयी है रात मगर
जल रहे है हम
होने लगी बरसात मगर
जल रहे है हम



Credits
Writer(s): Saifi Nadeem, Rathod Shravan, Pandy Sameer (t)
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