Yeh Kali Jab Talak Phool Banke Khile - From "Aye Din Bahar Ke"

ये कली जब तलक फूल बन के खिले
इन्तज़ार, इन्तज़ार, इन्तज़ार करो, इन्तज़ार करो
ये कली जब तलक फूल बन के खिले,
इन्तज़ार, इन्तज़ार, इन्तज़ार करो, इन्तज़ार करो
इन्तज़ार वो भला क्या करे, तुम जिसे
बेकरार, बेकरार, बेकरार करो
इन्तज़ार करो

प्यार में प्यार की भी इज़ाज़त नहीं
बेरुखी है अजी ये मुहौब्बत नहीं
आ रहा है मज़ा, तुम शिकायत यही
बार बार, बार बार, बार बार करो, इन्तज़ार करो
इन्तज़ार वो भला क्या करे, तुम जिसे
बेकरार, बेकरार, बेकरार करो

हुस्न पे तो असर होने वाला नहीं
इश्क़ तुम को ना कर दे दीवाना कहीं
है ये दीवानगी भी क़ुबूल, तुम अगर
हमसे प्यार, हमसे प्यार, हमसे प्यार करो
ये कली जब तलक फूल बन के खिले
इन्तज़ार, इन्तज़ार, इन्तज़ार करो, इन्तज़ार करो

रोज़ हमने बयान ये फ़साना किया
रोज़ तुमने नया एक बहाना किया
ये बहाना मगर, आखिरी है सनम
ऐतबार, ऐतबार, ऐतबार करो, इन्तज़ार करो
इन्तज़ार वो भला क्या करे, तुम जिसे
बेकरार, बेकरार, बेकरार करो
इन्तज़ार, इन्तज़ार, इन्तज़ार करो, इन्तज़ार करो
हमसे प्यार करो, इन्तज़ार करो



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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