Teri Fariyad (Extended Version) [From "Tum Bin 2"]

अब कोई आस, ना उम्मीद बची हो जैसे
अब कोई आस, ना उम्मीद बची हो जैसे
तेरी फ़रियाद मगर मुझमें दबी हो जैसे

जागते-जागते एक उम्र कटी हो जैसे
जागते-जागते एक उम्र कटी हो जैसे
अब कोई आस, ना उम्मीद बची हो जैसे

कैसे बिछड़ूँ? कि वो मुझमें ही कहीं रहता है
उससे जब बच के गुज़रता हूँ तो ये लगता है
वो नज़र छुप के मुझे देख रही हो जैसे



Credits
Writer(s): Shakeel Azmi, Ankit Tiwari
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