Dil Gira Dafatan

दिल मेरा, दिल मेरा, दिल मेरा
दिल मेरा, दिल मेरा, दिल मेरा

दिल गिरा कहीं पर दफ़तन
दिल गिरा कहीं पर दफ़तन
जाने मगर ये नयन

तेरी खामोश ज़ुल्फ़ों की गहराईयाँ
है जहाँ दिल मेरा
उलझा हुआ है वहीं खो गया
तू मगर है बेखबर, है बेखबर

दिल गिरा कहीं पर दफ़तन
क्यूँ गूंज रही है धड़कन?
जाने मगर ये नयन

सीपियों की होंठ से मोती छलक रहे है
ग़ज़लों की सोहबत में गीत भी बहक रही है
समुंदर लहरों की, लहरों की चादर ओढ़ के सो रहा है
पर मैं जागूँ एक खुमारी, एक नशा सा, एक नशा सा हो रहा है

तू मगर है बेखबर, है बेखबर
दिल गिरा कहीं पर दफ़तन
क्यूँ गूंज रही है धड़कन?
जाने मगर ये नयन

खुशबुओं में लिपटा मौसम
तेरी खामोश ज़ुल्फ़ों की गहराईयाँ
है जहाँ दिल मेरा
उलझा हुआ है वहीं खो गया
तू मगर है बेखबर, है बेखबर

दिल गिरा कहीं पर दफ़तन



Credits
Writer(s): Prasoon Joshi
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