Chahat Kee Barish

चाहत की बारिश इतनी, साँसों की खुशबू घुली
चाहत की बारिश इतनी, साँसों की खुशबू घुली
महकी फ़िज़ाएँ, भीगी पलक ठहर-ठहर

इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना ना दिल तू धड़क
ओ-ओ, इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना ना दिल तू धड़क

होंठों से बहकी है, सीने में भड़की सोई चाहत जो मेरी
ठहरे, हाँ, बाँहों में, उतरे हो दिल से जैसे राहत हो मेरी
नीचे समुंदर, ऊपर फ़लक ठहर-ठहर

इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना ना दिल तू धड़क
ओ-ओ, इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना ना दिल तू धड़क

उल्फ़त का धागा बदन में पिरो के, रचा है साँसों का बंधन
तोड़े ना टूटेगा, जन्मों ना छूटेगा लहरों का सागर से संगम
दीवाना बना दे तेरी झलक ठहर-ठहर

इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना ना दिल तू धड़क
ओ-ओ, इतना ना दिल तू धड़क
Hmm, इतना दिल तू धड़क



Credits
Writer(s): Param Gill
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