Dil Kisika Dil

दिल किसी का दिल चुराना चाहता है
किस को ये अपना बनाना चाहता है?
दिल किसी का दिल चुराना चाहता है
किस को ये अपना बनाना चाहता है?

जाने इसको क्या हुआ है आजकल
इश्क़ में ख़ुद को मिटाना चाहता है
दिल किसी का दिल चुराना चाहता है

बेक़रारी है बड़ी मुझे आजकल
नींद आती ही नहीं अब रात-भर
धड़कनें बेचैन हैं, बेताब हैं
किस की चाहत ने किया है ये असर?

हो, जागी-सोई आँखें, आँखों में सिर्फ़ ख़्वाब
भीगी-भीगी साँसें, साँसों में एक आग

आग बढ़ती जा रही है इस क़दर
प्यार से इसको बुझाना चाहता है
दिल किसी का दिल चुराना चाहता है
किस को ये अपना बनाना चाहता है?

ये मोहब्बत दर्द है या है दवा?
कुछ नहीं, हाँ, कुछ नहीं हमको पता
हम तड़पते जा रहे हैं हर घड़ी
पर तड़प कर आ रहा है क्यूँ मज़ा?

हो, धीरे-धीरे देखें, होता है और क्या
कैसी है ये ख़ुमारी, कैसा है ये नशा

ओ, दर्द बढ़ता जा रहा है इस क़दर
दर्द में दिल मुस्कुराना चाहता है
दिल किसी का दिल चुराना चाहता है
किस को ये अपना बनाना चाहता है?

जाने इसको क्या हुआ है आजकल
इश्क़ में ख़ुद को मिटाना चाहता है
दिल किसी का दिल चुराना चाहता है



Credits
Writer(s): Praveen Bhardwaj
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link