Zindagi

सरफिरा मुसाफ़िर

मैं हवाओं पे चलूँ
यारों का मैं यार हूँ
हाँ हंस के सब से मिलूं
इन खाली खाली जेबों में इरादे बेहिसाब हैं
छोटी छोटी आँखों में बड़े बड़े से ख़्वाब हैं
सजा दे मेरी राहें तू
खोल दे अपनी बाहें तू.

आ रहा हूँ मैं ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं, कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं

दिल की सुनी है मैंने तो दिल की ही मैं सुनूंगा
पागल सा ही जिया हूँ पागल सा ही मैं जियूँगा
मुझे क्या जीत हार से मुझे है प्यार प्यार से हे

आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं

आ रहा हूँ मैं. आ रहा हूँ मैं.

उठा दो आसमानों को उठा दो और भी ऊंचा
मैं अपने पंख तो खोलूं मज़ा तो आये उड़ने का
मुझमें हौसला भरा मुझमें तू आज़मा ज़रा
हा...

आ रहा हूँ मैं ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं, कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं

आ रहा हूँ मैं. आ रहा हूँ मैं.



Credits
Writer(s): Anand Raj Anand
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