Wah Wah Khel Shuru Ho Gaya (From "Himmatwala")

अरे, वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
मुलाक़ात है, ये रात है प्यार की

वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
मुलाक़ात है, ये रात है प्यार की

ना सजी तनहाईयाँ, ना बजी शहनाइयाँ
हो, ना सजी तनहाईयाँ, ना बजी शहनाइयाँ
ये किस तरह फिर हो गई लोरी की तैयारियाँ

चढ़ा ना मैं घोड़ी, पर बाँटी ना मिठाई
खाने लगी सारा दिन, पर तू खटाई

जान, मेरी दिल मेरा दाव पे लगा
चाल चली वैसे ही मैं, जैसे तू चला
जान, मेरी दिल मेरा दाव पे लगा
चाल चली वैसे ही मैं, जैसे तू चला
मुलाक़ात है, ये रात है प्यार की

तू कली, नाज़ों पली, हो गई क्यों बाँवली?
अरे, तू कली, नाज़ों पली, हो गई क्यों बाँवली?
ये मुझे तूने क्या किया? धड़कने दो, एक जिया

मेरे घरवाले तेरे घर अब जाएँगे
मानेंगे शर्तें तेरी, तुझको मनाएँगे

अरे, प्यार का ये खेल सब खेलों से जुदा
मिलता है हार में भी जीत का मज़ा
प्यार का ये खेल सब खेलों से जुदा
मिलता है हार में भी जीत का मज़ा
मुलाक़ात है, ये रात है प्यार की

वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
वाह, वाह, वाह, खेल शुरू हो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
कुछ मुझे मिला और कुछ खो गया
मुलाक़ात है, ये रात है प्यार की



Credits
Writer(s): Bappi Lahiri, Indeewar
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