Chandni Roop Ki

चाँदनी रूप की या किरण धूप की
सुरमयी सी घटा या सुबह की हवा
ख़ाब जैसी लगी, तुझको कैसी लगी?
वो मेरी दिलरुबा, दिल मेरे तू बता

चाँदनी रूप की या किरण धूप की
सुरमयी सी घटा या सुबह की हवा
ख़ाब जैसी लगी, तुझको कैसी लगी?
वो मेरी दिलरुबा, दिल मेरे तू बता

चाँदनी रूप की या किरण धूप की

ख़ुशबुओं की लहर के जवाँ गुलमोहर

ख़ुशबुओं की लहर के जवाँ गुलमोहर
तितलियों की तरह उम्र से बेख़बर
फूल बनती कली, कोकिला मनचली

ख़ाब जैसी लगी, तुझको कैसी लगी?

वो मेरी दिलरुबा, दिल मेरे तू बता
चाँदनी रूप की या किरण धूप की

ਵੇ ਮਾਹੀਆ ਵੇ ਛੱਡ ਦੇਸ ਨ ਜਾ

रागिनी राग की, सोख़ियाँ फाग की
Mir की तो ग़ज़ल, नज़्म थी दाग़ की
आसमाँ की परी या के जादूगरी

ख़ाब जैसी लगी, तुझको कैसी लगी?
वो मेरी दिलरुबा, दिल मेरे तू बता

चाँदनी रूप की या किरण धूप की
सुरमयी सी घटा या सुबह की हवा
ख़ाब जैसी लगी, तुझको कैसी लगी?
वो मेरी दिलरुबा, दिल मेरे तू बता



Credits
Writer(s): Sameer
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link