Ae Mere Zohra Jabeen (From "Waqt")

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं
तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवाँ
तुझपे क़ुर्बान मेरी जान, मेरी जान

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं
तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवाँ
तुझपे क़ुर्बान मेरी जान, मेरी जान

ये शोख़ियाँ, ये बाँकपन
जो तुझ में है, कहीं नहीं
ये शोख़ियाँ, ये बाँकपन
जो तुझ में है, कहीं नहीं

दिलों को जीतने का फ़न
जो तुझ में है, कहीं नहीं
मैं तेरी, मैं तेरी आँखों में पा गया दो जहाँ
मैं तेरी, मैं तेरी आँखों में पा गया दो जहाँ

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं
तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवाँ
तुझपे क़ुर्बान मेरी जाँ, मेरी जाँ

तू मीठे बोल, जान-ए-मन
जो मुस्कुरा के बोल दे
तू मीठे बोल, जान-ए-मन
जो मुस्कुरा के बोल दे

तो धड़कनों में आज भी
शराबी रंग घोल दे
ओ सनम, ओ सनम मैं तेरा आशिक़-ए-जाबिदाँ
ओ सनम, ओ सनम मैं तेरा आशिक़-ए-जाबिदाँ

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं
तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवाँ
तुझपे क़ुर्बान मेरी जान, मेरी जान

ऐ मेरी ज़ोहरा ज़बीं
तुझे मालूम नहीं
तू अभी तक है हसीं और मैं जवाँ
तुझपे क़ुर्बान मेरी जान, मेरी जान



Credits
Writer(s): Sahir Ludhianvi, Ravi (in)
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